रमण जी कनियाँ सँ तंग भ एक दिन बाज़ार सँ जहर आणि क खा लेलैथ.....
मुदा जहर नकली रहियन... भेलैन किछु नहीं..... उल्टा बीमार पैड गेला....
हुनकर घरवाली कहलकैन जे "हे बाहर के कोनो सामान खाई पिबैत छि त देख क खाऊ...
आई -काल्लिह बाज़ार में नकली सामान ज्यादा भेट लग्लैया"
प्रस्तुतकर्ता : नविन ठाकुर, मधुबनी - बिहार
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