डॉ. मनमोहन सिंह के भाषण ...
डॉ. मनमोहन सिंह भाषण दैत रहथिन, ओहि मs ओ एक खीसा सुनेलखिन :-
एक आदमी के तीन गोट बेटा रहे। ओ आदमी अपन तीनो बेटा कs १००-१०० टक्का देलक आ कहलक जे बज़ार सs कुनु एहेन चीज किन आनू जाहि सs पूरा घर भैर जाय।
पहिलुक बेटा १०० टक्का के घास किन आनलक, मुदा घर नै भरल....
दोसर बेटा १०० टक्का के रुइया किन आनलक ओहियो सs घर नै भरल ...
तेसर (सभ सँ छोट) बेटा १ टक्का के मोमबत्ती आनलक जाहि सs पूरा घर प्रकाशित भो गेल।
आगा मनमोहन सिंह : अप्पन राहुल जी ओहि तेसर बेटा के समान छैथ। राहुल जी जाहि दिन सँ राजनीती मs टांग राखला अप्पन देश उज्जवल प्रकाश आर समृद्धि सs जगमगा रहल अछि।
ताबे मs पाछा सs अरविन्द केजरीवाल के आवाज आयल : "बांकी के ९९ टक्का की भेल ?"
एक आदमी के तीन गोट बेटा रहे। ओ आदमी अपन तीनो बेटा कs १००-१०० टक्का देलक आ कहलक जे बज़ार सs कुनु एहेन चीज किन आनू जाहि सs पूरा घर भैर जाय।
पहिलुक बेटा १०० टक्का के घास किन आनलक, मुदा घर नै भरल....
दोसर बेटा १०० टक्का के रुइया किन आनलक ओहियो सs घर नै भरल ...
तेसर (सभ सँ छोट) बेटा १ टक्का के मोमबत्ती आनलक जाहि सs पूरा घर प्रकाशित भो गेल।
आगा मनमोहन सिंह : अप्पन राहुल जी ओहि तेसर बेटा के समान छैथ। राहुल जी जाहि दिन सँ राजनीती मs टांग राखला अप्पन देश उज्जवल प्रकाश आर समृद्धि सs जगमगा रहल अछि।
ताबे मs पाछा सs अरविन्द केजरीवाल के आवाज आयल : "बांकी के ९९ टक्का की भेल ?"
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